गोवर्धन शब्द गौ+वर्धन जैसे दो अलग-अलग शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ गौ सुधार और समृद्धि है। भारत पुराने समय में एक कृषि प्रधान देश रहा है और गाय की उपयोगिकता जैविक कृषि में सबसे उपयुक्त और जरूरी मानी गयी है। आज हम इस आर्टिकल “गोवर्धन पूजा पर 10 लाइन्स” में आपको ’10 Lines About Goverdhan Puja in Hindi’ बताएंगे।
10 Lines On Govardhan Puja In Hindi
1. गोवेर्धन पूजा हिन्दूओं के मुख्य त्योहारों में से एक है।
2. गोवेर्धन पूजा दीपावली के दूसरे दिन की जाती है।
3. हिंदी पंचाग के अनुसार गोवेर्धन पूजा कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को की जाती है।
4. गोवेर्धन पूजा को “अन्नकूट पूजा” भी कहते है।
5. यह ज्यादातर अक्टूबर और नवंबर के महीने में आती है।
6. गोवेर्धन पूजा के दिन श्री कृष्ण ने गोवेर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठ उँगली पर उठाया था।
7. इस दिन लोग गौ माता, भगवान श्री कृष्ण और देवी अन्नपूर्णा की पूजा करते है।
8. घरों में महिलाये गाय के गोबर से एक छोटा पर्वत बनाकर उसकी पूजा करती है।
9. घरो में इस दिन स्वादिष्ट पकवान बनाये जाते है।
10. मथुरा, वृन्दावन और गोकुल में गोवेर्धन पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है।